What is WTO: MSP | DIRECTOR | INDIA | 2024
What is WTO, nowadays in Indian farmers are searching the internet for what WTO
msp is the most complicated topic in india.. lots of questions are raised . but msp fixed or not by gov – so
We are discussing this here on WTO in very detail we assure you you will get genuine information about WTO.
Before we start we are covering the below points.
- What is WTO
- WTO subsidy
- Wto countries
- Wto members
- Wto chairman
- Wto headquarter
- WTO VS INDIA
- FARMERS VS WTO
- WTO information’s
- MSP VS WTO
What is WTO?
Wto ( world trade organization ) विश्व व्यापार संघटन established in 1995 in Geneva in Switzerland WTO एक विश्वसंघटन है जो स्वीटजरलैंड उनका MAIN ऑफिस है ,
Is ऑर्गेनाइजेशन में पुरे विश्व के 164 देश शामिल है , लगबघ सभी देश इसके मेम्बेर्स है.
ये एक ऐसी संस्था है जो इस क्षेत्र में स्वतंत्रता से अपना काम पुरे विश्व के लिए करती है , जैसे world बैंक.
World Trade Organization is the world’s biggest organization for making international trading rules for world trade ( free trade ) but why wto control trading rates?
WTO is an independent organization for all countries and most of countries following rules but some countries breaking rules , because of unfavorable rules,
wto is established for resolving Disputes between countries , about trades , some schems , and much more things ,we are see below the details of it.
अगर कोई देश किसी चीज का उत्पादन का मूल्य कम या ज्यादा भाव में उसकी एक्सपोर्ट या इम्पोर्ट करके व्यापार करता है तो उसका परिणाम उस देश पे होता है , व्यापर पे होता है ,
क्या wto msp फिक्स करता है ?
जैसे ही पुरे विश्व में world ट्रेड ऑर्गनाइजेशन के नियमो के साथ देशो देशो के बिच व्यापार होता है , पर अगर किसी चीज पे या फसल पे फिक्स भाव दिया तो ओ wto के रूल्स के साथ में नहीं आते है ,
इसमें ऐसा होता है की गर कोई देश किसी एक चीज का उत्पादन ज्यादा करता है तो ओ देश दुसरो को यानी दसरे देशो को use अपनी लगत मूल्य में बेचे , अगर इंडिया में गेहू का ज्यादा उत्पादन होता है चावल का उत्पदान ज्यादा होता है तो ओ use जिस भाव में पड़ा है उसी भाव में दुसरे देशो को दे.
इसीलिए wto की स्थापना की , पुरे विश्व में खुला व्यापार करे , एक दुसरे से फ्री ट्रेड करे.
How many countries are in the WTO org?
World trade organization working for all countries , near 164 countries are members of this organization,
वैसे अगर देखा जाए तो ये संघटना पुरे विश्वभर के सभी देशों का नेतृव करती है , व्यापार के संबध में ,
- देशो – देशो के बिच व्यापार करार
- वैश्विक मंच
- सभी विवाद मिठाने
- व्यापार नीति पे नजर रखने
- अगर कोई देश पिछड़ा है किसी क्षेत्र में तो उसे मदत करना उसे जो सहायता चाहिए ओ देना
- और जो भी अन्य ऑर्गनाइजेशन है उनसे तालमेल रखना
WTO में कितने प्रकार की सब्सिडी है ?
- Greenbox
- Amber box
- Blue box
This is 3 types of subsidy ये पूरी डिटेल में देखे .
What is Greenbox subsidy in wto ?
ग्रीन box सब्सिडी में कोई प्रतिबंध नहीं होता , इसके अन्दर पर्यावरण का सरक्षण के प्रोग्राम करना , नई रिसर्च करना , अपनी सर्विसेस का विस्तार करना , अगर कोई देश आपदा में है तो use राहत देना ये सब आता है ग्रीन box सब्सिडी के अन्दर.
इसमें आगर किसी भी देश ने अपने देश में पानी बचाने के लिए तालाब बना रहा है तो ये चलेगा , अगर कोई टेक्नोलॉजी पे रिसर्च कार रहा है तो ये सब ग्रीन box के अन्दर आती है ,
What is Amber box subsidy in wto ?
अब ये जो सब्सिडी है ये सभी देशो को प्रतिबंध के साथ लगाई जाती है , इसमें अगर आप देखोगे तो ये आता है msp पे जिसका मतलब सरकार द्वारा कृषि उत्पादनों को समर्थन प्राइस का निर्धारण यानी फिक्स करना या पत्यक्ष सहायता देना ये भी हम विस्तार से देख्नेगे .
इसमें से सिर्फ आप 10% ही मदत या सब्सिडी दे सकते है , ये किसानो को दे सकते है.
इंडिया में farmers की मांगे इसी नियम के कारन दे नहीं पा रहे है ,
इसमें किसान के फसल को कोई फिक्स भाव देना , फिक्स्ड प्राइस , और इंडिया में कुल मिलके २३ फसलो में msp दे रही है .
What is blue box subsidy in WTO?
Blue box सब्सिडी में भी ओई प्रतिबंध नहीं है , इसमें आता है की कोई भी देश की सरकार अपने farmers को दिए जानीवाली आर्थिक मदत
Msp को wto के नियमो ने रोका है क्या ?
देखिये wto का मेम्बर इंडिया है , और आपको पता ही है की wto पुरे विश्वभर के सभी देशो के बिच व्यापार पे नियम लगता है , और किसी देश में अगर कुछ कमी है तो use ओ पूरा करता है , है पर इंडिया में इसका उलटा है , इंडिया में सरकार ने msp तोड़े दी है ,
पर wto के कारन use सरकार क़ानूनी रूप से फिक्स्ड नहीं कार पा रही है , इसके लिए पूरी तरह wto ही जिम्मेवार है , और इंडिया में किसान wto के नियमो को नहीं जान पा रही , इसका ठीक थक मतलब यही है की WTO के नियमो के कर्ण ही इंडिया में msp लीगल हो नहीं पा रही है .
पर इंडिया भी मजबूर है ,क्योंकि इंडिया को भी पुरे विश्व के साथ भी व्यपार करना है , हम सभी सेच्क्टर का उत्पादन या चीजे हम पुरे विश्व के देशो से लाते है
Wto is stoping india onMSP ?
Nowadays Indian farmers protesting for MSP, you know what is MSP, MSP is minimum support price, it’s about crop rates, around 23 crops are included in MSP, but still, farmers are protesting why,
here is the main point, there is a huge reason behind this, if farmers already get MSP on some crops and still are unsatisfied there is a reason,
farmers want to government should make a law on MSP in India, and give fixed rates on crops legally, but it’s impossible because of World Trade Organization rules, which are fully against farmers,
but few countries support those unofficially that’s why the Indian government is not taking any action on it, but the Indian government declared an increased msp price of some crops, still, they are unsatisfied,
Overall WTO is against अगर इंडिया में msp लागू करनी हो तो ये मांग WTO के नियमो के में फंसा हुआ है , wto ने इंडिया के ऊपर पाबंदी लगा राखी है की अगर आप अपने देश के किसानो को msp नहीं लगा सकते , और भारत सरकार भी कुछ कार नहीं सकती क्योंकि भारत wto का मेम्बर है और इंडिया के पुरे विश्वभर के देशो में से हमारे देश को जो चीजे चाहिए ओ चीजे भी खरीदने है न , इसीलिए ये wto के अम्बर box के सब्सिडी नियम के अन्दर फंसा हुआ है . WTO का हेडक्वार्टर कहा है ? world ट्रेड ऑर्गनाइजेशन एक विश्व संघटन है और ये 1 जानेवारी 1995 में स्थापना हुई और इसका मेन ऑफिस स्विट्ज़रलैंड के जिनेवा में स्तिथ है , और ये जब शुरू हुआ था तब पुरे विश्व के 104 देशो ने करार पे हस्ताक्षर किये थे
advantages and disadvantages of MSP?
There are many discussion points on MSP and its advantages or disadvantages, if the Indian government legalizes MSP then somewhat in few points be good for farmers but MSP is not right for farmers, there are lots of reasons behind this, MSP is minimal support price if in MSP legalize in India the government should buy all crops on one fixed price with legal, then if this happened in India then all farmers are working on any one crop which is under MSP and high rates, if this happen then its very dangerous for farmers and also a government,
advantages of MSP: msp will be legalized then some farmers get the benefit of it but not for all farmers, because it is very dangerous for all farmers, few farmers in states in Punjab want to legalize but it’s a big problem
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What is MSP – read a full detailed article on MSP
What is MSP : एम् एस पी के नुकसान और फायदे 2024